कैलिफोर्निया,
दो हफ्ते के लिए यूएस पहुंचे राहुल गांधी का मंगलवार को बर्कले यूनिवर्सिटी में कार्यक्रम था। इस कार्यक्रम में राहुल गांधी ने देश की स्थिति पर बात करते हुए लोगों के कई सवालों पर मोदी सरकार पर निशाना साधा। राहुल के कार्यक्रम की खास बात यह रही कि राहुल के भाषण के दौरान हंगामा हो गया।
मीडिया खबरों के अनुसार, राहुल गांधी के भाषण के बीच एक लड़की खड़ी होकर हंगामा करने लगी। मोडरेटर पर चिल्लाने लगी। लड़की ने कहा कि यह कैसी स्पीच है। क्या यह फ्री स्पीच है या बोलने की अनुमति है? इसके बाद किसी भी तरकह समझा कर उस लड़की को चुप कराया गया। हालांकि कांग्रेस उपाध्यक्ष उस दौरान अपना भाषण देते रहे।
राहुल ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनमें (मोदी) काफी खूबियां हैं, वह काफी अच्छे वक्ता हैं, वह मुझसे काफी अच्छे हैं, वह जानते हैं कि भीड़ में मौजूद विभिन्न 3-4 समुहों तक कैसे संदेश पहुंचाना है।
राहुल से पूछा गया कि क्या वह नेता नहीं बनना चाहते थे? इसपर राहुल बोले बीजेपी का एक तंत्र है जिसमें 1000 लोग कंप्यूटर पर बैठे हुए हैं और वे ही आपको मेरे बारे में बताते रहते हैं, वह तंत्र काफी अच्छे से काम कर रहा है, वे पूरा दिन मेरे बारे में अभद्र चीजें फैलाते हैं, यह तंत्र वह शख्स चला रहा है जो कि हमारे देश को भी चला रहा है।
नोटबंदी पर बोलते हुए राहुल ने कहा कि ऐसे फैसले बिना किसी को बताए बंद कमरे में ले लिए गए। राहुल ने कहा कि इसकी वजह से काफी नुकसान हुआ। मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल ने कहा कि कांग्रेस सरकार नीतियों और आगे के प्लान के बारे में बात करती है थोपती नहीं है।
राहुल ने 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए दंगों पर भी बात की। राहुल ने कहा कि वह न्याय का इंतजार कर रहे लोगों के साथ हैं और वह हर तरह की हिंसा का विरोध करते हैं। राहुल ने आगे कहा अगर मैं हिंसा को नहीं समझूंगा तो कौन समझेगा? मैंने अपने पिता और दादी को हिंसा में ही खोया है।
राहुल ने कहा कि स्वच्छ भारत एक अच्छा आइडिया, मुझे भी पसंद है। विदेश नीति की आलोचना करते हुए राहुल ने कहा कि आज रूस पाकिस्तान को हथियार बेच रहा है, जो पहले कभी नहीं हुआ ऐसा पहले नहीं होता था। नेपाल, बर्मा, श्रीलंका, मालदीव में चीन का दबदबा बढ़ रहा है, विदेश नीति में बैलेंस करना जरूरी है। अमेरिका के साथ दोस्ती करना जरूरी लेकिन दूसरे देशों से भी रिश्ते बनाना जरूरी है।
राहुल ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर 9 साल मैंने, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पी. चिदंबरम और जयराम रमेश के साथ मिलकर काम किया। कश्मीर में मैंने जब काम शुरू किया था, तब वहां आतंकवाद चरम पर था।इसके बावजूद हमने आतंकी सोच को कम करके शांति का माहौल स्थापित करने का काम किया।
राहुल ने कहा कि वह अगले चुनाव में पीएम पद का उम्मीदवार बनने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी कहेगी तो जिम्मेदारी लूंगा। राहुल ने वंशवाद पर कहा कि हमारा देश परिवारवाद से ही चलता है। उन्होंने कहा, परिवारवाद पर हमारी पार्टी पर निशाना न साधें, हमारा देश इसी तरह काम करता है। अखिलेश यादव, एमके स्टालिन, अभिषेक बच्चन कई तरह के उदाहरण हैं। इसमें मैं कुछ नहीं कर सकता हूं। राहुल ने कहा कि 2012 में कांग्रेस पार्टी के अंदर अहंकार भर गया था और पार्टी ने जनता से संवाद कम कर दिया, जिसके चलते लोगों से दूरी बन गई।