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चेन्नई,
फिल्म के बाद राजनीति हाथ अजमाने की घोषणा कर चुके दिग्गज अभिनेता कमल हासन सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’ फॉर्मूले को विधायकों पर लागू करने की बात कही है।
कमल हासन ने शुक्रवार को ट्वीट करते हुए कहा कि काम नहीं तो वेतन नहीं का फार्मूला सरकारी कर्मचारियों के लिए ही क्यों? रिसॉर्ट में सौदा करने वाले नेताओं का क्या?
हासन ने अगले ट्वीट में कहा, माननीय न्यायालय ने हड़ताल कर रहे शिक्षकों को (वेतन काटने की) चेतावनी दी है। मैंने अदालत से उन विधायकों के खिलाफ भी इसी तरह ही चेतावनी जारी करने को कहा है, जो काम नहीं करते।
बता दें कि हाल ही में कमल हासन ने कहा था कि वह तमिलनाडु की राजनीति में बदलाव की प्रक्रिया शुरू करना चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि राजनीति से या तो मैं जाऊंगा, या भ्रष्टाचार जाएगा। दोनों साथ नहीं रह सकते।
खबरों के अनुसार, हासन तमिलनाडु में के दोनों प्रमुख दलों एआईएडीएमके और डीएमके की आलोचना करते रहे हैं। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि हासन अपनी नई पार्टी बना सकते हैं। बताया जा रहा है कि हासन के माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी के संपर्क में होने की खबरें भी हैं। माकपा अगले साल हैदराबाद में होने वाली पार्टी की वार्षिक महासभा के एक सत्र में कमल हासन को बुला सकती है।