नई दिल्ली,
नर पिशाच के नाम से कुख्यात नोएडा के बहुचर्चित निठारी कांड के दोषी सुरेंद्र कोली और उसके मालिक मनिंदर सिंह पंढेर को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इससे पहले जेल में बंद कोली को 6 बार मौत की सजा सुनाई गई है। जबकि उसका मालिक पंढेर जमानत पर है। कोर्ट ने इन दोनों दोषियों को अंतिम सांस तक फांसी पर लटकाने का आदेश दिया है।
बताया जाता है कि सुरेंद्र कोली उसका मालिक नेक्रोफीलिया नामक मानसिक बीमारी से ग्रसित हैं। जिसे दुनिया की सबसे खतरनाक सेक्स विकृति वाली बीमारी मानी जाती है। इस बीमारी से ग्रसित लोग मरे हुए लोगों के साथ सेक्स करके आनंद उठाते हैं।
बता दें कि साल 2003 में अपने मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर के संपर्क में आए कोली भी यह काम करता था। छोटे बच्चों, लड़कियों और महिलाओं को किसी न किसी बहाने से कोठी के अंदर बुलाकर उसके साथ रेप करते थे। फिर हत्या कर उनकी लाश के साथ सेक्स करते थे। कोली के बारे में बाया जाता है कि वो शव के साथ रेप करने के बाद उनके मांस को भी खा जाता था और उनके सिर को घर में सजा कर रखता था। इसलिए कोली को नर पिचाश कहा जाता है। वहीं पड़ोसियों का कहना है कि दोनों इस कोठी से मानव अंग का व्यापार करते थे।