लखनऊ,
बीजेपी सांसद व राज्यमंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय को उत्तर प्रदेश के नया प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया है। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद महेंद्रनाथ पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने मुझे पार्टी में बड़ी ज़िम्मेदारी दी है। मैं पार्टी का छोटा सा कार्यकर्ता हूं ये मेरे लिए सम्मान की बात है। यूपी बहुत बड़ा राज्य है, इसलिए मेरी पहली प्राथमिकता होगी पार्टी को और मज़बूत करना। प्रदेश सरकार के कामों के ज़रिए पार्टी को और ज्यादा मज़बूत करना है। मैंने केंद्र से कहा है कि मुझे केंद्र सरकार में मंत्री पद से मुक्त किया जा सके, जिसके बाद फ़्री होकर यूपी में पार्टी के लिए काम कर सकूं।
बता दें कि प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में शामिल करने और उपमुख्यमंत्री का पद देने के बाद से नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश शुरू हो गई थी। इसीलिए अब केशव मौर्य की जगह डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय प्रदेश अध्यक्ष की कमान संभालेंगे।
जानकारों का मानना है कि यूपी विधानसभा चुनाव में पिछड़े वर्ग को साधने के लिए केशव मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, जिसका पार्टी को खूब फायदा मिला। इसके अलावा ब्राह्मण वर्ग से दिनेश शर्मा डिप्टी सीएम बने तो केशव मौर्य को उनके बराबर की कुर्सी देकर ओबीसी वोटरों को अहमियत देने का संदेश दिया गया। अब ब्राह्मणों को जीत का तोहफा देने के लिए प्रदेश अध्यक्ष पद पर डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय को चुना गया है।
जानकारी के मुताबिक, डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय वर्तमान में डॉ. पाण्डेय कमेटी ऑफ रूरल डेवलपमेंट और बिजनेस एडवाइजरी कमेटी के सदस्य हैं। डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय छात्र जीवन से ही आरएसएस से जुड़े हुए हैं। गाजीपुर (सैदपुर) के पखनपुर गांव के मूल निवासी डॉ. पाण्डेय आपातकाल में पांच माह डीआरडीए के तहत जेल भेजे गए. रामजन्म भूमि आंदोलन में मुलायम सरकार ने इन्हें रासुका के तहत निरुद्ध कर दिया था। उन्होंने एमए, पीएचडी के साथ ही मास्टर आफ जर्नलिज्म की भी डिग्री उन्होंने हासिल की। 1991 में वह बीजेपी के टिकट पर पहली बार विधायक बने थे। डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चंदौली से 2014 में लोकसभा सांसद भी चुने गए हैं।