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जबरन धर्मांतरण के डर में रहते हैं पाकिस्तान के हिंदू, बंधुआ मजदूर बनाकर रखते हैं लोग- अमेरिका

फाइल फोटो

पटना, 

अमेरिका ने पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा है कि वहां रहने वाले सिख, ईसाई और हिंदू जैसे अल्पसंख्यक हमेशा एक डर के साए में रहते हैं। अमेरिका द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक जबरन धर्मांतरण के डर में रहते हैं। पाक के अल्पसंख्यकों को इस बात कि भी चिंता है कि पाकिस्तान सरकार इस जबरन धर्मांतरण को रोकने में हमेशा नाकाम रहती है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों और धार्मिक आजादी को खतरा है। साथ ही पाकिस्तान सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा गया है कि केंद्र और राज्य सरकारों के स्तर पर अल्पसंख्यकों की आजादी सुनिश्चित करने वालों कानूनों पर सही ढंग से काम नहीं किया जा रहा है।

अमेरिका के विदेश मंत्रालय की इस रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का कहना है कि यहां जबर्दस्ती इस्लाम कबूल करवाये जाते हैं। अल्पसंख्यक महिलाओं पर भी जबरन शारीरिक शोषण जैसे अत्याचार हो रहे हैं। लेकिन सरकार इसके खिलाफ कोई कदम नहीं उठा रही है। हर साल सैकड़ों अल्पसंख्यक अपनी इज्जत बचाने के लिए आत्महत्या कर लेते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ईंट बनाने और खेती से जुडे़ क्षेत्रों में अल्पसंख्यकों को बंधुआ मजदूर बनाकर रखा जाता है। रिपोयहां तक कि अल्पसंख्यकों को शादी रजिस्टर कराने में भी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

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