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नई दिल्ली,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पद्म पुरस्कारों के चयन में पारदर्शिता लाने के लिए कहा कि अब हमने इसकी प्रक्रिया को बदलने का फैसला किया है। जिससे हर कोई इसमें भाग ले सकेगा। दिल्ली में नीति आयोग के कार्यक्रम में उद्यमियों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले पद्म पुरस्कार में मंत्रियों की सिफारिश पर दिए जाते थे. लेकिन हमने अब ऐसा नहीं चलेगा।
पीएम ने कहा कि पहले पद्म पुरस्कारों का चयन मंत्रियों की सिफारिश पर होता था। जिस विभाग का मंत्री है वो अपने मंत्रालय की तरफ से उससे संबंधित क्षेत्र में काम करने वाले किसी शख्स का नाम पद्म पुरस्कार के लिए आगे बढ़ा देता था लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। पीएम मोदी ने पद्म पुरस्कारों के चयन के लिए पारदर्शी और राजनीति हस्तक्षेप से अलग रखने का फैसला किया गया है। साथ ही इसकी प्रक्रिया को ऑनलाइन किया जा चुका है।
बता दें कि साल 2018 के लिए देश के प्रतिष्ठित सम्मान पद्म पुरस्कारों की चयन प्रक्रिया शुरू हो गई है। पद्म सम्मान के नामांकन के लिए आखिरी तारीख 15 सितंबर 2017 है. इसमें कला, साहित्य और शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्यों, विज्ञान और इंजीनियरिंग, सार्वजनिक मामलों, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग जैसे विभिन्न क्षेत्रों और विधाओं में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा।